प्रेग्नेंसी के छठे महीने में न करें ये गलतियां, बच्चे को हो सकता है नुकसान

Mistake Women Should Avoid in 6th Month of Pregnancy: प्रेग्नेंसी के छठे महीने के शुरू होने का मतलब है दूसरे सेमेस्टर को खत्म होने में अब कुछ ही दिन बाकी है। इस महीने में प्रेग्नेंट महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होंगे। कई बार शरीर में होने वाले बदलाव प्रेग्नेंट महिला को अच्छे लगते हैं तो कई बार यह मानसिक और शारीरिक तौर पर परेशानी का सबब बन जाते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि प्रेग्नेंसी के छठे महीने में महिलाओं को क्या करना चाहिए इसके बारे में सब बात करते हैं। लेकिन छठे महीने में क्या नहीं करना चाहिए इसकी चर्चा बहुत ही कम होती है। आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ गलतियों के बारे में जो प्रेग्नेंसी के छठे महीने में नहीं करनी चाहिए। अगर इन गलतियों को दोहराया जाता है तो मां और गर्भ में पलने वाले बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है।

इसे भी पढ़ेंः बिग बॉस 17: घर में लो ब्लड प्रेशर की वजह से बेहोश हुईं आयशा खान, जानें इस बीमारी को मैनेज करने के तरीके

प्रेग्नेंसी के छठे महीने में क्या लक्षण दिखाई देते हैं?

  • पेट का आकार बढ़ा हुआ दिखना
  • कब्ज और अपच की समस्या होना
  • बार-बार भूख अलग या खाने की क्रेविंग होना
  • पीठ और कूलहों में दर्द महसूस होना
  • पैरों और टखनों में सूजन का दिखना

    प्रेग्नेंसी के छठे महीने में क्या सावधानी रखनी चाहिए? | Mistake women should avoid in 6th month of Pregnancy in Hindi

    1. पैर और पेट पर ज्यादा दबाव डालना

    प्रेग्नेंसी के छठे महीने में पेट यानी की गर्भाशय ज्यादा बड़ा दिखता है। ऐसे में अगर पैर और पेट पर ज्यादा दवाब डाला जाता है, तो गर्भ में पलने वाले बच्चे की मूमेंट पर असर पड़ता है। इसकी वजह से प्रीमैच्योर डिलीवरी का भी खतरा रहता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के छठे महीने में ज्यादा लंबे समय तक पैर को लटका कर बैठने की सलाह नहीं दी जाती है।

    2. चीजों को झुका कर उठाना

    प्रेग्रेंसी के चौथे महीने से महिलाओं को चीजों को झुककर न उठाने की सलाह दी जाती है। एक्सपर्ट का मानना है कि झुकने से पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसकी वजह से गर्भाशय के अंदर पल रहे बच्चे का दम भी घुट सकता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के छठे महीने में महिलाओं को ऐसे काम नहीं करने चाहिए जिसमें चीजों को झुक कर उठाने की जरूरत पड़ें। इतना ही नहीं प्रेग्नेंसी के छठे महीने में महिलाओं को ऐसी एक्सरसाइज करने से भी मना किया जाता है जिससे गर्भाशय पर दबाव पड़े।

    3. सीफूड का सेवन करने से बचें

    प्रेग्नेंसी के छठे महीने में महिलाओं को सीफूड जैसे की मछली, केकड़ा और झींगे न खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल सीफूड में ज्यादा मात्रा में मरकरी होता है जो गर्भ में पलने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। कई बार प्रेग्नेंसी में सीफूड का सेवन इसलिए भी न करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इसकी वजह से सूजन, चकत्ते, उल्टी और दस्त जैसी समस्याएं भी होती हैं।